“प्रत्येक मनुष्य के भीतर जो एक आदेश देने वाली शक्ति होती है, जिसके शासन से सारे जीवन की लीला नियंत्रित एवं संगठित होती रहती है, वही विवेचना शक्ति जीवन का देवता है।”