यदि हम इस नियमबद्ध संसार में स्वतन्त्र और स्वाधीन बनना चाहते हों तो हमारे स्वतन्त्र विचार होने चाहिये और हमें दूसरों के स्वतन्त्र विचारों का आदर करना चाहिए।