पाँच वर्ष का परिवर्तन योग द्रुतगति से चल रहा है। ज्योतिष के क्षेत्र में की गई शोध यह सिद्धांत स्थिर करती है कि शनि और केतु की युतियाँ देशकाल को मोड़ देने वाली सिद्ध हुई हैं। यह योग संपन्न हो चुका। अब १४ मई २००२ की ग्रहस्थिति बताती है कि उस के बाद की दुनिया अबकी तुलना में बहुत श्रेष्ठ और शुभ होगी।