आराम करना उनके प्रति विश्वासघात करना है जिन्होने अनवरत श्रम करके हमें उठ सकने योग और सुख पा सकने योग्य बनाया यह विश्वासघात इन असंख्य लोगों के प्रति भी है जो कभी-कभी आराम कर ही नहीं पाते । जवाहरलाल नेहरु