मानस स्टर्न एक विशिष्ट प्रतिभा सम्पन्न चित्रकार के नाते विश्व में प्रख्यात हैं। वे सदैव अपने विद्यार्थियों से कहते-’मॉडल सामने रखकर चित्र बनाने का अभ्यास मत करो। इससे तुम्हारे भीतर का कलाकार जागृत न होगा, मात्र टैक्नीशियन ही जागृत होगा। मॉडल देखते हुए चित्र तो कोई भी अभ्यास से बना सकता है। कला का सृजन तकनीक द्वारा नहीं होता, दृष्टि द्वारा होता है। पहले आप ‘कला-दृष्टि’ जागृत-विकसित कीजिए। ‘देखना’ सीखिए, चित्र बनाने का अभ्यास बाद में कीजिए।
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