Quotation

June 1975

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प्राचीन भारत के बहुमूल्य अवशेष आज भी उपलब्ध है, उन्हें देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इससे अधिक परिष्कृत सभ्यता अब तक इस धरती पर अवतरित नहीं हुई। इस महान सभ्यता ने समस्त विश्व को चिर काल तक ऐसा प्रकाश दिया जिससे शान्तिमय सह जीवन की सुनिश्चित दिशा का पता चल सका। विश्व की अन्य सभ्यताएँ एकाँगी और सीमित हैं जब कि हिन्दू सभ्यता का प्रकाश सूर्य की तरह अत्यंत उच्च और व्यापक कहा जा सकता है।


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