हे परम प्रभु, मुझे इस अकेली बुद्धि के सहारे मत छोड़ देना, यह अभागों खुद तो भटकी हुई है ही; मुझे भी भटका देगी। मुझे तो प्यार का वरदान देना, जिसके सहारे अपने साथ दूसरों को भी तारता चलूँ।
− सेन्ट लारेन्स