देश-भक्त जेक और आक्रमणकारी जर्मनों के विरुद्ध युद्ध चल रहा था। देश−भक्त अपने प्राण हथेली पर रखे हुए जूझ रहे थे। मातृभूमि की रक्षा के लिए उन्होंने सब कुछ दाव पर लगाया हुआ था। इस लड़ाई में जेक जनरल हेटमैन जिज, जर्मनों के विरुद्ध लड़ता हुआ खेत रहा ; तो मृत्यु शय्या पर पड़े हुए उसने आदेश कराया कि मरने के बाद उसकी चमड़ी उतार ली जाय और उसका ढोल मढ़वा कर जेक सैनिकों की कूच यात्रा में बजाया जाय ताकि वे मेरी ही तरह पूरे जोश और साहस के साथ लड़ाई जारी रख सके।