यदि मुझसे पूछा जाय कि भूतकाल में किस देश में मानव मस्तिष्क ने अपनी मुख्यतम शक्तियों को विकसित किया और जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के हल ढूँढ़ निकाले तो कहूँगा—’भारत’ किस भावना और किस दार्शनिकता को अपनाकर संसार शान्ति और प्रगति की दिशा में अग्रसर हो सकता हैं, उसका उत्तर भी भारतीय दर्शन में ही केन्द्रित है।
—मैक्समूलर