नीति श्लोक

June 1973

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यस्मिन  ज्ञाते  सर्वमिदं  ज्ञातं  भवति  निश्चितम् ।

      तस्मिन् परिश्रमः कार्यः किमन्यच्छास्त्रभाषितम् ।। 18


— शिव संहिता 2/28

जिस एक के ही जानने से निश्चित रूप से सब कुछ जान लिया जाता है। उस एक के लिए ही परिश्रम करना चाहिए। अन्य शास्त्रों में भटकने से क्या लाभ?

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