यस्मिन ज्ञाते सर्वमिदं ज्ञातं भवति निश्चितम् ।
तस्मिन् परिश्रमः कार्यः किमन्यच्छास्त्रभाषितम् ।। 18
— शिव संहिता 2/28
जिस एक के ही जानने से निश्चित रूप से सब कुछ जान लिया जाता है। उस एक के लिए ही परिश्रम करना चाहिए। अन्य शास्त्रों में भटकने से क्या लाभ?