संसार को आँसुओं से भरने की अपेक्षा उसे हँसकर उड़ा देना सचमुच अधिक अच्छा है। वास्तव में संसार-चक्र के चलने का यही एक मार्ग है।
—टैगोर
कुछ लोगों को यह संसार कंटकों से भरे हुए वन के समान जान पड़ता है और उन्हें उसमें अपने लिए एक मार्ग ढूँढ़ना पड़ता है। किसी को तो मार्ग मिल जाता है और किसी को नहीं मिलता।
—शरद बाबू
—शरद बाबू