जिस देश अथवा राष्ट्र में नारी पूजा नहीं वह देश या राष्ट्र कभी महान या उन्नत नहीं हो सकता। नारी रूपी शक्ति की अवमानना करने से ही आज हमारा अधःपतन हुआ है। स्त्रियाँ माता की प्रतिमा हैं, जब तक उनका उद्धार न होगा, हमारे देश का उद्धार होना असम्भव है।
—स्वामी विवेकानन्द