Quotation

May 1947

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

इस संसार में कोई भी व्यक्ति न तो पूर्णतः दोषी ही है और न निर्दोष ही। सभी में गुण दोषों के अंश मौजूद हैं, इसलिए पारस्परिक सहनशीलता और उदारता से काम चलाना चाहिये।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here: