VigyapanSuchana

October 1994

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प्रस्तावित प्रज्ञा संस्थानों के सत्र स्थगित

पूर्व के अंक में यह घोषणा की गयी थी कि पूरे भारत को प्रज्ञा-मंडलों-स्वाध्याय मंडलों-शक्ति पीठों की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप विभिन्न भागों में बाँट कर 15/11/94 से 28/2/95 तक 5-5 दिन के सत्र शाँतिकुँज में संपन्न होंगे। उन दिनों आश्वमेधिक व्यवस्थाओं में व्यस्तता के कारण उन्हें फिलहाल स्थगित किया जा रहा है। आगामी तिथियों की सूचना हम इस पत्रिका व विशेषाँक के माध्यम से देंगे।

-व्यवस्थापक शाँतिकुँज

जनवरी 95 का अंक मातृस्मृति विशेषाँक के रूप में

पाठकों को दुर्लभ सामग्री तथा चित्रों के साथ आगामी वसंत पंचमी 4 फरवरी 95 से पूर्व जनवरी अंक के रूप में बढ़े हुए कलेवर में एक विशेषाँक हम प्रस्तुत करने जा रहे हैं। इसमें परम वंदनीया माताजी व ऋषियुग्म से संबंधित विशेष सामग्री होगी, रंगीन व श्वेतश्याम चित्र होंगे। परिजन जिनके पास अनुभूतियाँ, संस्मरण, चित्र, पत्र, आदि हों-यथाशीघ्र शाँतिकुँज हरिद्वार भेज दें।

-सम्पादक


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