Quotation

July 1975

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फरिश्ते ने जैसे ही इंसान को देखा तो आश्चर्य से चकित रह गया। इंसान के मस्तिष्क पर छिटकी पसीने की प्रत्येक बूँद में भगवान विराजमान थे।

-महाकवि नागोची


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