मलेशिया (दक्षिण-पूर्व एशिया) में वर्षा को रोकने के लिये जादूगरनियों की मंत्र-शक्ति से काम लिया जाता है। वहाँ की भाषा में इनको ‘वमोह’ कहते हैं। और आश्चर्य इस बात का है कि इनसे काम कराने वाले होते हैं, योरोप और अमरीका के आधुनिक नवशिक्षित व्यक्ति। अभी कुछ वर्ष पूर्व राष्ट्र-मंडल की क्रिकेट-टीम जब खेलने के लिये मलाया गई तो उनके ‘मैच’ में वर्षा से बाधा न पड़ने देने के लिये एक ‘वमोह’ को बुलाया गया था।
परिणाम हुआ कि जब ‘कुआलालम्पुर’ (मलाया की राजधानी), में सब जगह मूसलाधार वर्षा होती रही, खेलने का मैदान बिल्कुल सूखा रहा। इसी प्रकार अमरीका की एक फिल्म कम्पनी जो मलाया में ‘शूटिंग’ करने आई थी, उसने भी इन जादूगरनियों की सहायता से ही अपना कार्यक्रम सकुशल पूरा किया। वहाँ के राजा परमेसुरी अगोंग और रानी यांग दि येर्तुआन ने जब भी रहमाह नाम की जादूगरनी को बुलाया गया और शाही बारिश की विघ्न-बाधाओं के बिना अच्छी तरह हो गई। मंत्र में निहित शब्द-शक्ति का यह चमत्कार हजारों व्यक्तियों ने अपनी आँखों से देखा है। चाहे वे शब्द की सूक्ष्म शक्ति को न जानने के कारण जादूगरनियों की शक्ति पर तरह-तरह के सन्देह करते हों, पर उसका प्रत्यक्ष परिणाम देखकर उनकी सचाई को मानना ही पड़ता है।