धर्मात्माओं के सराहनीय सत्प्रयत्न

April 1957

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मणिनगर (अहमदाबाद) में चैत्र की नवरात्रि आयोजन के लिए उत्साहपूर्वक तैयारियाँ हो रही हैं। अखण्ड कीर्तन, अखण्ड दीपक, रामायण के नौ परायण, यज्ञ, प्रवचन आदि का कार्यक्रम बनाया गया है। -मिश्रीलाल कन्हैयालाल जोशी

गोविंदपुर (भागलपुर) में पं. द्वारिका प्रसाद जी गोस्वामी के यहाँ एक बड़ा गायत्री यज्ञ हुआ। पं. मोतीलाल जी गोस्वामी जगेली निवासी का प्रभावशाली भाषण हुआ। बकिया, कुमुदपुर, नया टोला, पका, परभेली आदि गाँवों में भी शाखाएँ स्थापित की गई हैं।

गरोठ में शिवरात्रि के अवसर पर मा. कमला प्रसाद जी के प्रयत्न से सामूहिक यज्ञ हुआ। श्रद्धालु उपासक पर्याप्त संख्या में उपस्थित थे। यज्ञोपवीत संस्कार भी कराये गये। -हरीराम वैद्य

घासीपुरा (मुजफ्फरनगर) चौ. छोटासिंह के यहाँ सवा लक्ष मंत्रों से यज्ञानुष्ठान हुआ। गायत्री परिवार के सभी सदस्यों ने उसमें भाग लिया। -बनारसी दत्त शर्मा

मुरादपुर माती (शाहजहाँपुर) में जप तथा यज्ञों का कार्यक्रम भली भाँति चल रहा है। तारीख 24 फरवरी को श्री. प्यारे सिंह वर्मा वैद्य ककरौआ के यहाँ यज्ञ हुआ। दूसरा पियरा में श्री चंद्रिकाप्रसाद जी के यहाँ हुआ। -राम सहाय वर्मा

हथगाँव (फतेहपुर) में प्रतिदिन एक माला का हवन नियमित रूप से चल रहा है। मंत्र लेखन कार्यक्रम में प्रगति हो रही है। -जगमोहन लाल निगम

अमलार (सुजालपुर) में शिवरात्रि के अवसर पर गायत्री यज्ञ तथा रामायण परायण हुआ। पं. श्री नारायण प्रसाद शर्मा आदि सज्जनों का सहयोग सराहनीय था। -राधा किशन तिवारी

भगौनापुर (फतेहपुर) में श्री सरयूप्रसाद जी के यहाँ यज्ञानुष्ठान पूर्ण हुआ। बड़ा आनंद रहा। होली पर 24 हजार आहुतियों का हवन तथा अनेक व्यक्तियों के सामूहिक यज्ञोपवीत होने का आयोजन रखा गया है। -मोहनलाल वर्मा

मऊरानीपुर (झाँसी) में शिवरात्रि के अवसर पर सामूहिक गायत्री यज्ञ हुआ। नित्य यज्ञ का क्रम चल रहा है। यहाँ करीब 125 महिलाएँ नियमित रूप से गायत्री चालीसा पाठ करती हैं। -सालिगराम पाण्डेय

नाँदेमऊ (फरुखाबाद) में यदुनाथसिंह के यहाँ बड़े समारोह से पं. सिद्ध गोपाल जी द्वारा सम्पन्न कराया गया। -विश्वनाथ सिंह

करसरा में एक लाख आहुतियों का यज्ञ बहुत ही आनंदपूर्वक हुआ। आरंभ में जो भारी बाधाएं दिखायी पड़ रही थीं वे समय पर स्वयमेव शाँत हो गई। -देवराज भट्ट

तनौडिया (शाजापुर) में 27 फरवरी को देव प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठ कर्मकाण्डी पंडित जी द्वारा हुई। 48 हजार जप, तीन हजार आहुतियों का हवन, रात्रि जागरण, चालीसा पाठ, भजन-कीर्तन ब्रह्मभोज आदि के बड़े प्रभावशाली आयोजन सम्पन्न हुए।

-नंदकिशोर कर्मयोगी

झाँसी में गायत्री यज्ञों की शृंखलाबद्ध योजना चालू है। प्रति रविवार को एक हजार आहुतियों के भिन्न-भिन्न स्थानों पर गायत्री यज्ञ होते हैं। नये सदस्य बनाये जाते हैं। शिवरात्रि को गायत्री यज्ञ बड़े ही उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। श्री पं. शिवकुमार शास्त्री का यज्ञ के उपराँत बड़ा मार्मिक भाषण हुआ। उपस्थित जन समुदाय ने गायत्री यज्ञ तथा मंत्र के महत्व को समझा तथा सदस्य बने। -गिरिजा शंकर खरे

एग्रीको (जमशेदपुर) में एक 24 लक्ष जप, 24 हजार आहुतियों का सामूहिक अनुष्ठान पूर्ण हो चुका है। साप्ताहिक सत्संग बारी-बारी सदस्यों के यहाँ बड़े उत्साहपूर्वक होते है। -ज्ञान चंद्र

जुल्मी (राजस्थान) के पं. रामकिशन शर्मा बड़े परिश्रम-पूर्वक उस क्षेत्र में भ्रमण करके गायत्री उपासकों में उत्साह भर रहे हैं। बदरवान, रुद्धा खेड़ा, चेचट, आलोद, राजपुरा आदि शाखाओं का कार्य बड़े आनंदपूर्वक चल रहा है। आलोद तथा राजपुरा में बड़े-बड़े यज्ञों की योजना चल रही है। -रामकुमार शर्मा

बुलंद शहर जिले में कसेर कला निवासी महात्मा ब्रह्म स्वरूप जी महाराज गायत्री प्रचार तथा शाखाओं की स्थापना में संलग्न हैं। इस मास उनके प्रयत्न से अनूपपुर, डिबाई, चरौरा, सम्भल, कसेर आदि स्थानों में गायत्री परिवारों की स्थापना हुई है।

-ज्वाला प्रसाद शर्मा

खोरासा (गीर) सौराष्ट्र में ब्रह्मचारी श्री नर्मदाशंकर जोशी के प्रयत्न से गायत्री उपासना का बड़ा प्रचार हो रहा है। मंत्र लेखन महायज्ञ के लिए वे बड़ी तत्परतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। उपासकों का सच्चा सहयोग मिल रहा है। -एक उपासक

गुलाबनगर बरेली के श्री गौरीशंकर मंदिर में प्रत्येक रविवार को हवन तथा सत्संग का कार्यक्रम बड़े सुचारु रूप से चलता है। चैत्र की नवरात्रि में 24 हजार आहुतियों का हवन होगा। -यशोदानंदन मुनीम

व्यावर में प्रति रविवार को दो हजार आहुतियों का हवन होता है। सन् 57 तक यह हवन क्रम इसी प्रकार चलता रहेगा। श्री मुकुँद दास राठी ने गायत्री पुस्तकालय के लिए पूरे दो सौ मँगाकर दान दिये हैं। सेठ दुर्गाप्रसाद जी ने एक हजार चालीसा वितरण किये हैं। एक विशाल यज्ञ करने की योजना चल रही है।

-मोहनलाल शर्मा

गुरुकुल बकानी (राजस्थान) में चैत्र सुदी 13, 14, 15 को एक बड़ा गायत्री यज्ञ होगा। श्री स्वामी जी महाराज इसकी तैयारी में संलग्न हैं। -भँवर लाल शर्मा

तारापुर श्री जगन्नाथ मंदिर में सामूहिक गायत्री अनुष्ठान बड़े आनंदपूर्वक सम्पन्न हुआ। श्रीमती उज्ज्वल देवी, अमृत देवी, सुकाँती देवी का उत्साह देखने ही योग्य था। -गोकुल प्रसाद पंडा

मालेगाँव (नासिक) में स्वर्गाश्रम हरिद्वार के तपस्वी श्री गायत्री जी स्वरूप महाराज पधारे। उनके सत्संग तथा प्रवचनों से स्थानीय जनता में गायत्री माता के प्रति अभिरुचि और भी बढ़ी है। -जगन्नाथ बद्रीनारायण झँवर

सुसनेर (शाजापुर) में बैशाख में एक बड़े यज्ञ की तैयारी हो रही है। आर्वी से पं. कृष्ण प्रसाद जी आयुर्वेदाचार्य इसमें पधारेंगे। गुदराबन के पं. दामोदर जी इस अवसर पर अपना नरमेध (सर्वस्व दान) करेंगे।

-नंदकिशोर शर्मा

ई.एस.डी. मंदिर काँकीनारा (बंगाल) में गायत्री उपासना के लिए बड़ा उत्साह पैदा हुआ है। जप, हवन, स्वाध्याय, सत्संग कार्यों में सदस्यगण बड़े चाव से भाग लेते हैं। -राम प्रसाद मिश्र

कुल्हार (बिदिया) में 11 फरवरी को सूर्योदय से सूर्य-अस्त तक अखण्ड गायत्री यज्ञ हुआ जिसमें सहस्रों ग्रामवासियों ने बड़े उत्साहपूर्वक भाग लिया। खर्चा करीब 300) पड़ा। जो अकेले लक्ष्मण प्रसाद जी ने ही दे दिया। पं. शिवकुमार जी शास्त्री का बड़ा प्रभावशाली प्रवचन हुआ। इस आयोजन को सफल बनाने में पं. राम सहाय जी तिवारी ने अधिक परिश्रम किया। -बाल कृष्ण अग्रवाल

मझोला (नैनीताल) में होली की पूर्णिमा को एक सामूहिक गायत्री यज्ञ होगा। तैयारियाँ जोरों से हो रही हैं। -लक्ष्मण सिंह मनरील

गुदरावन (शाजापुर) में चैत्र सुदी 11 से पूर्णिमा तक पाँच कुण्डों की यज्ञशाला में सवालक्ष आहुतियों का यज्ञ होगा। 24 लक्ष जप भी उस समय तक पूर्ण हो जायेगा। लगभग एक हजार रुपया एकत्रित हो चुका है। -बाबूलाल शर्मा

कुरावड़ (उदयपुर) में फाल्गुनी पूर्णिमा को सामूहिक अनुष्ठान होने जा रहा है। तननुन्तर चैत्र की नवरात्रि में भी एक अच्छा आयोजन होगा। सफल बनाने में कई उपासक भी श्रद्धापूर्वक संलग्न हैं।

- जगन्नाथ प्रसाद शर्मा

झाँसी में 20 मार्च से 9 अप्रैल तक पाठ-परायण आयोजन श्री मंदिर हनुमान जी, रेलवे क्वाटर वर्कशॉप रोड, टेक्नीकल स्कूल के सामने होगा। श्री बाबा राघवदास जी इसका आयोजन कर रहे हैं।

-राम सहाय तिवारी

बीना (सागर) में 24 लक्ष गायत्री अनुष्ठान की पूर्णाहुति तथा 24 हजार आहुतियों का आयोजन ता. 9 से 14 फरवरी को श्री नरसिंह जी के मंदिर में हुआ। लगभग 400 व्यक्तियों का ब्रह्मभोज हुआ। अनेक धर्मप्रेमियों ने तन, मन, धन से सहयोग किया।

-शालिगराम दूबे

सापन-सावली बरार में महावीर जी के स्थान पर सवा लक्ष आहुतियों का गायत्री यज्ञ राम नवमी से लेकर चैत्र सुदी 15 तक सम्पन्न होगा। बाला जी के श्री स्वामी शंकरानंद जी की कृपा से एक हजार रुपया इकट्ठा हो चुका है। तैयारी जोरों से चल रही है।

-गोविंद नारायण मिश्र

दिगौड़ा (टीकमगढ़) में शिवरात्रि को अखण्ड व्रत, जप, हवन, पूजन-कीर्तन, रात्रि जागरण आदि कार्यक्रमों के साथ उत्सव श्री मारकण्डेश्वर एवं श्री प्रतापेश्वर स्थानों पर बड़े उत्साहपूर्वक मनाया गया।

-बैजनाथ सोनकिया

अण्डा (जालौन) में सवालक्ष आहुतियों का हवन तथा 108 चालीसा पाठ एवं सामूहिक अनुष्ठान का कार्यक्रम सानंदपूर्ण हुआ। 30) को प्रसाद वितरण हुआ। कन्याओं को भोजन कराया गया।

-राम खिलावन द्विवेदी

तनोडिया (शाजापुर) में 10 मार्च को दस हजार आहुतियों का हवन हुआ। पूर्णाहुति में उपस्थित सज्जनों ने अपने-अपने कई दोष छोड़ने की प्रतिज्ञा की। श्री सोनार सिंह का उत्साह सराहनीय रहा।

-मुन्नालाल कनेरियन कर्मयोगी

विक्रमपुर (बरेली) के निकट मलूकपुर के टोले पर निवास करने वाले गायत्री के परमोपासक महात्मा जी तथा चतुर्भुज जी गंगवार के सहयोग से इस क्षेत्र में गायत्री परिवार की कई शाखाएं स्थापित हुई हैं। जनता में बड़ा उत्साह है। -प्र. भा. प्रताप शुक्ल

आकेली (मेडता) में शिवरात्रि के अवसर पर गायत्री मंत्रों की सवालक्ष आहुतियों का हवन, गायत्री सहस्रनाम के एक हजार पाठ, श्री ब्रह्मचारी देवेन्द्र कुमार जी की कृपा से पूर्ण सफलतापूर्वक पूर्ण हुए। चैत्र कृष्ण 4 को फिर ऐसा ही एक उत्सव होगा।

-भँवरलाल दाधीच

अकलेरा (झालावाड) शाखा में अब तक 81 सदस्य बन चुके हैं। सत्संग एवं हवन का कार्यक्रम बड़े आनंद से चलता है। गत बसंत पंचमी पर यहाँ एक 24 हजार यज्ञ हो कर चुका है। अब हरनवाड़ा शाह जी में एक 24 हजार यज्ञ होने की तैयारी है।

-मोहनचंद पारीख

पटेलाबद (झाबुआ) में श्री नीलकण्ठेश्वर मंदिर पर श्री रघुनाथ सिंह गेहलोत ने कलश चढ़ाया। बाजारों में भव्य जुलूस निकला। श्री दामोदर जी नागर के सहयोग से 10) के गायत्री चालीसा वितरण हो रहे हैं। -सोमेश्वर चतुर्वेदी

काशीपुर (बदायूँ) में 14-3 को पं. ओम प्रकाश शर्मा के संरक्षता में एक सामूहिक गायत्री हवन हुआ जिसमें समस्त गायत्री उपासकों ने बड़ी लगन से सहयोग दिया। दर्शनों की अपार भीड़ थी।

-ॐ प्रकाश मित्तल

नवाबगंज (बरेली) शाखा के अब तक 93 सदस्य बन चुके हैं। इस मास 1616 माला जप, 2908 चालीसा पाठ, 21784 मंत्रलेखन हुए। अखण्ड जप पाठ, लेखन, दीपक हवन का आयोजन बड़ा ही उत्साहवर्धक रहा। -प्रभा प्रताप शुक्ल

डुमरिया (भागलपुर) में 3 मार्च को सामूहिक गायत्री यज्ञ हुआ। सदस्यों की संख्या दिन-दिन बढ़ रही है। -पद्माकर झाँ

पुसावली (बदायूँ) में गत पूर्णिमा को सामूहिक हवन, कीर्तन एवं सत्संग का बड़ा सुन्दर आयोजन हुआ। भविष्य में यह काम और भी उत्साह के साथ चलेगा। -गायत्री प्रसाद गुप्ता

मऊ रानीपुर झाँसी में शिवरात्रि को 1500 आहुतियों का यज्ञ हुआ। सदस्यों की संख्या 85 हो चुकी है। - सालिगराम पाण्डेय

भगौनापुर (फतेहपुर) में चौबीस हजार आहुतियों का यज्ञ तेरह मार्च को बड़े समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ। श्री पृथ्वीनाथ जी, हीरालाल जी, मेवालाल जी के उपनयन संस्कार हुए। सठिगवाँ, पारादान, बिजोली पतारी, सैठी, बवुरिहापुर आदि गाँवों के अनेक सज्जन पधारे थे। यज्ञ के अंत में पं. बद्री प्रसाद जी त्रिपाठी तथा श्री दयाशंकर वर्मा के विद्वतापूर्ण भाषण हुए। -मोहनलाल वर्मा

कानपुर में इस मास में दो यज्ञ हुए। पहला श्री बाबूराम अग्निहोत्री के यहाँ गोविंदनगर में, दूसरा शिवरात्रि पर स्टेट बैंक में। सदस्य संख्या बढ़ रही है।

-अयोध्या प्रसाद दीक्षित

शोप (टोंक) में गायत्री आश्रम के उद्घाटन तथा व्यापक गायत्री प्रचार की तैयारी हो रही है। बालून्दा का गायत्री साधक सम्मेलन पूर्ण सफल रहा। यज्ञ, प्रवचन, गायत्री चालीसा तथा सहस्र नाम पाठ आदि कार्यक्रमों का उपस्थित व्यक्तियों पर बड़ा प्रभाव पड़ा। -शिवराम सिंह, अध्यापक

गीधासाँड (रायगढ़) में इस मास गायत्री पुस्तकालय की स्थापना हुई। सौ रुपये की पुस्तकें, कुर्सी, घड़ी आदि की व्यवस्था हो गयी। आगे और भी उन्नति होगी। - विश्वनाथ मिश्र

पनसूरपुर (मुजफ्फरपुर) शाखा के 90 सदस्यों द्वारा 16708 माला जप हुआ। हवन भी बराबर होते रहते हैं। कई साधकों के विधिपूर्वक अनुष्ठान चल रहे हैं। -बनारसी दास शर्मा

चपुन्ना (फर्रुखाबाद) में 4 हवन गायत्री आश्रम पर और पाँच अन्य गाँवों में कराये गये। गायत्री मंदिर तथा आश्रम का सुँदर फाटक बनाने का प्रबंध हो रहा है। -पातीराम त्रिपाठी

मझरिया मठ (चम्पारन) में गत पूर्णिमा को 2600 आहुतियों का हवन हुआ। उपस्थिति काफी थी। यहाँ से लगभग 50 मील पैदल चलकर मार्ग में प्रचार करती हुई एक टोली गायत्री परिवार सम्मेलन में मथुरा पहुँचने की तैयारी कर रही है।

-नित्यानंद शर्मा

मझिया (हरदोई) में गत मास सामूहिक अनुष्ठान तथा 11 मालाओं का हवन हुआ।

-शिवराम दीक्षित

जोधपुर शाखा द्वारा इस मास आठ आयोजन हुए जिसमें सत्संग, प्रवचन, कीर्तन, ग्रंथ, पाठ, जप, हवन आदि के कार्यक्रम रहे। सरदारपुरा में एक देवी जी का गायत्री महापुरश्चरण चल रहा है जिसकी पूर्णाहुति बड़े समारोहपूर्वक होगी। -कन्हैयालाल मिश्रा

महलवाला (मेरठ) में फागुन वदी 5 से यज्ञ चालू है जिसमें अब तक 868 मालाओं की आहुतियाँ हो चुकी हैं। श्री स्वामी गंगानंद जी तथा स्वामी योगानंद जी, स्वामी कैलाश गिरि जी तथा पं. ब्रह्मदत्त जी आदि सज्जन बड़ी निष्ठापूर्वक यज्ञ को सफल बनाने में संलग्न हैं।

आरंग (रायपुर) शाखा में 70 सदस्यों द्वारा इस मास 8295 माला का जप, 9568 गायत्री चालीसा पाठ, 26648 मंत्र लेख तथा 802 माला हवन सम्पन्न हुआ। सत्संगों का क्रम बड़े उत्साहपूर्वक चलता रहा।

-विद्या प्रसाद मिश्र

अलीगढ़ (लक्ष्मीपुरी) शाखा के 40 सदस्य बड़ी श्रद्धा पूर्वक साधना में संलग्न हैं। चैत्र की नवरात्रि में श्री राम प्रकाश जी पलतानी के यहाँ हवन कुण्डों में 24 हजार आहुतियों का हवन निश्चय हुआ है। -श्रीराम पाण्डेय

मोरवी (सौराष्ट्र) में प्रतिमास छेला रविवार को गायत्री हवन, जप, सत्संग, ब्रह्मभोज आदि का कार्यक्रम श्री करुणाशंकर जगजीवन जानी के यहाँ होता है। श्री जीवन लाल हरिशंकर भट्ठ, दुर्गाशंकर दवे, गायत्रीलाल, मदनलाल जोशी आदि सज्जनों के यहाँ भी हवन हो रहे हैं। -करुणाशंकर जगजीवनजानी

करसरा (सतना) में अहीर क्षत्रियों के विशेष सहयोग से गंगा, गीता, गौ, गायत्री पूजन के साथ-साथ सवालक्ष आहुतियों का हवन पाँच कुण्डों की यज्ञशाला में सम्पन्न हुआ। बड़ा आनंद रहा।

-जगदीश प्रसाद भट्ट

उज्जैन में कुँभ के अवसर पर श्री 108 ब्रह्मचारी विश्वकल्याण हितैषी के तत्वविधान में एक मई से तेरह मई तक गायत्री महायज्ञ तथा धर्म प्रचार की विशाल व्यवस्था रहेगी। तैयारी जोरों से हो रही है।

-गुरुप्रसाद वर्मा

खतोली (राजस्थान) के निकटवर्ती जोरापुरा तथा गोपालगंज में दो गायत्री यज्ञ बड़े ही उत्साहवर्धक वातावरण में 24-24 हजार आहुतियों के सम्पन्न हुए। दो हजार आदमियों का ब्रह्मभोज हुआ। निमसरा निवासी श्री बजरंग लाल जी का प्रयत्न बड़ा सराहनीय था। गोठडा में श्री लड्ड लाल जी के द्वारा 24 लाख आहुतियों का यज्ञ तथा एक हजार ब्राह्मण भोज हुआ।

-गोस्वामी रामपुरी

तारापुर (उड़ीसा) में 12 मार्च को सामूहिक गायत्री यज्ञानुष्ठान बड़े आनंद से हुआ जिसमें 20 पुरुष और तीन महिलाओं ने भाग लिया।

-गोकुल प्रसाद पंडा

काली बावड़ी (धार) में ब्रह्मचारी श्री सुरेशानंद जी की प्रेरणा से ढाई लाख आहुतियों का यज्ञ संपन्न हुआ। श्री ब्रह्मचारी जी के प्रयत्न से गायत्री उपासक यहाँ एक गायत्री मंदिर बनवा रहे हैं। जिसके लिए मूर्ति खरीद ली गयी है। प्राण प्रतिष्ठ जेष्ठ में होगी। उसी समय 24 लक्ष का यज्ञानुष्ठान होगा।

-गंगाप्रसाद शुक्ल

मोडक (राजस्थान) में 15 मार्च को यज्ञ हुआ जिसमें आस-पास के साधक आये थे। इसमें साधकों तथा 20 साधिकाओं ने भाग लिया। 10 का साहित्य माता शाँतिदेवी की ओर से वितरित हुआ। श्री शंभूसिंह जी का भाषण हुआ। -माँगीलाल

अमापुर, एटा में 18 मार्च को एक विशाल यज्ञ का आयोजन हुआ। रात्रि को सत्संग हुआ जिसमें पं. शिवनारायण जी पालीवाल के प्रवचन हुए।

-हरिओम गोपा

महबूबा वाद (मानकोटा) में गायत्री परिवार के सदस्य विशेष निष्ठापूर्वक साधना में संलग्न हैं। गत मास चार सामूहिक हवन हुए। साप्ताहिक सत्संग का बड़ा उत्साह रहता है। - बिलासी राम लोहिया

खूँटी (राँची) में श्री बनवारी लाल जी के यहाँ फागुन सुदी 14 को एक हजार आहुतियों का हवन हुआ। अनेकों गायत्री उपासक सम्मिलित हुए।

-देवेन्द्रनाथ

गणेश गंज (टीकमगढ़) में 6 मार्च को एक सामूहिक यज्ञ आयोजन हुआ। श्री गिरजा सहाय जी खरे ने झाँसी से पधार कर महत्वपूर्ण प्रवचन दिया।

-जगतराम पस्तो


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