Quotation

September 1947

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=कोटेशन============================

किसी अपाहिज, अनाथ और दुखी मनुष्य की हंसी मत उड़ाओ। क्या पता तुम्हारा भाग्य तुम्हारी हंसी कब उड़ा दे।

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यदि तुम किसी की भलाई अथवा सेवा नहीं कर सकते तो कम से कम किसी के साथ बुराई तो मत करो।

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जो अपने सुख-दुख के समान ही दूसरों का सुख-दुख समझता है उससे बुरा काम बनना बहुत मुश्किल है।

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किसी के दोषों को प्रगट करना सरल है पर किसी के गुणों का बखान करना बहुत ही कठिन है।

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