यदि कभी इस पृथ्वी पर साम्यवाद सफलता पूर्वक प्रति स्थापित होता है तो वह आत्मिक बन्धुत्व के आधार पर ही हो सकता है। जिसमें अहंकार का विनाश हो जायेगा। बलात् लादी हुई संघ-बद्धता और मशीनी कामरेडवाद एक न एक दिन विश्वव्यापी टाँय टाँय फिस्स में समाप्त हो जायेगा। -श्रीअरविन्द (थाट्स एंड एफारिज्म्स)