धर्मात्माओं के सराहनीय सत्प्रयत्न

March 1957

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सतना क्षेत्र के कुरुवंशी क्षत्रियों का एक विराट सम्मेलन ता. 18 फरवरी को पालाग्राम में होगा। ता. 19 को एक लक्ष आहुतियों का हवन तथा गंगा, गीता, गौ, गायत्री का पूजन होगा। इस अवसर पर इन क्षत्रियों को यज्ञोपवीत धारण कराये जायेंगे और जीवन को धार्मिक बनाने की शिक्षा दी जाएगी।

-जगदीश प्रसाद भट्ट

कटनी से 9 मील दूर निवार स्टेशन के पास नदी तट पर 9 कुण्डों में सवालक्ष आहुतियों का हवन ता. 27, 28 फरवरी व 9 मार्च को तीन दिन में सम्पन्न होगा। आयोजनकर्ता बड़े उत्साहपूर्वक तैयारी में लगे हुए हैं।

-राम आसरे शुक्ला

भिवानी (हिसार) में स्थान ला. राम विलास सागरमल ठेकेदार के बगीचे में, ता. 24 फरवरी को गायत्री माता, 9 वें पुरश्चरण की पूर्णाहुति होगी। बाहर से भी कई विद्वान महात्मा पधारेंगे।

-बनवारीलाल ब्रह्मचारी

भगौनापुर (फतेहपुर) में वसंत पंचमी को 2400 आहुतियों का सामूहिक हवन हुआ। श्री. शंभूप्रसाद जी ने अपने पतारी में गायत्री शाखा अपनाने की प्रतिज्ञा की। अब होली पर एक बड़ा यज्ञ होने की तैयारी हो रही है। कई सज्जनों के यज्ञोपवीत संस्कार भी कराये जायेंगे।

-मोहन लाल वर्मा

सिवनी मालवा (होशंगावाद) में 24 लक्ष सामूहिक जप का कार्यक्रम पूर्ण हो जाने पर एक बड़ा यज्ञ होगा। इस क्षेत्र के अनेक क्षत्रिय जो अब तक यज्ञोपवीत धारण नहीं करते थे, यज्ञ के अवसर पर विधिवत यज्ञोपवीत धारण करेंगे।

-कृपाराम आर्य

कसही बहरा (रायपुर) में गतमास 35700 आहुतियों का हवन बड़े श्रद्धापूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ।

-रामगरीब अग्रवाल

दिगौड़ा (टीकमगढ़) में गायत्री शाखा द्वारा इस मास गायत्री चालीसा तथा मंत्र लेखन का प्रचार करने के लिए प्रयत्न किया गया।

-वैजनाथ सोनकिया

गायत्री परिवार बिजनौर के सदस्य असाधारण उत्साह से धर्म फेरी के कार्य में वे अपने शरीर की आवश्यक क्रियाओं को भी भूल कर कार्य कर रहे हैं। 478 सदस्य बन चुके हैं। 1000 चालीसा वितरण किये गये। आगामी 17,18,19 मार्च को एक विशाल यज्ञ होने की तैयारी की जा रही है। महिला कार्यकर्ताओं में सर्व श्री0 विद्या देवी, मगन देवी, सरस्वती देवी, शान्तिदेवी, रोशनी देवी, धनदेवी, गोविन्दी देवी, कौशिल्या देवी, रामदेवी आदि का प्रयत्न विशेष रूप से सराहनीय है।

-अशर्फीलाल मुख्तार

मऊ नाथ भंजन (आजमगढ़) में वैश्य सभा के अवसर पर गायत्री यज्ञ हुआ। अनेक महत्वपूर्ण प्रवचन हुए तथा 30 व्यक्तियों का यज्ञोपवीत संस्कार कर गायत्री गुरुमंत्र की दीक्षा दी गई।

-जगन्नाथ शास्त्री ‘ॐ’

गायत्री परिवार ब्रह्मनीबाजार (विलासपुर) के 53 सदस्यों ने प्रतिज्ञा की है कि इस क्षेत्र में देवी के नाम पर की जाने वाली पशुबलि का प्रथा के विरुद्ध सुसंगठित एवं जोरदार आन्दोलन करेंगे। हजारों की संख्या में प्रचार पत्र छपाये जा रहे हैं। और पशुबलि को रोकने के लिए ठोस उपाय सोचे जा रहे हैं।

-मोहनलाल गुप्ता

धौराला (शाजापुर) की शाखा द्वारा चैत्र की नवरात्रि में सामूहिक गायत्री उत्सव करने की तैयारियाँ अभी से आरम्भ कर दी गई हैं। 10 उपासकों ने 5 लाख जप का संकल्प आरम्भ कर दिया है। 24 हजार आहुतियों का हवन गायत्री चालीसा पाठ, प्रवचन आदि के कार्यक्रम भी बन रहे हैं।

-सुन्दर लाल त्रिवेदी

राजपुर (बडवानी) में महावीर जी के मन्दिर पर बसंत पंचमी को गायत्री उपासना के अतिरिक्त अखण्ड रामायण पाठ भी हुआ, बड़ा उत्साह था।

-नाथूराम सोलंकी

गायत्री परिवार तनैडिया (शाजापुर) द्वारा साप्ताहिक सत्संगों का तथा सदस्य बढ़ाने का कार्यक्रम उत्साहपूर्वक चल रहा है। शाखा केन्द्र के अतिरिक्त डॉक्टर साहब के यहाँ, प्रह्लाद चन्द्र जोशी जी के यहाँ भी अच्छे हवन हो चुके हैं। शिवरात्रि पर अखण्ड-ज्योति, अखंड-जप, अखंड-हवन, चालीसा पाठ तथा प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठ आदि के कई कार्यक्रम बनाये गये हैं।

-नन्द किशोर कर्मयोगी

ढ़कियारघा (शाहजहाँपुर) में दुर्गामाता के मन्दिर पर बसन्त पंचमी को आत्मदानी श्री स्वामी केवलानन्द जी महाराज की अध्यक्षता में एक बहुत ही सफल गायत्री यज्ञ हुआ। जनता पर बड़ा प्रभाव पड़ा।

-धर्मेंन्द्र सिंह

(कौलमी) शहडोल में पौष सुदी 15 को गायत्री अनुष्ठान तथा हवन का कार्यक्रम पं0 राम मिलन जी मिश्र की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। आमंत्रितों को गायत्री चालीसा तथा चित्र भेंट किये। जनता सहयोग सराहनीय था।

-रोहिणी प्रसाद शुक्ल

मऊ रानीपुर (झाँसी) में बसन्त पंचमी के दिन 2400 आहुतियों का सामूहिक यज्ञ सुचारु रूप से सम्पन्न हुआ। वेद भाष्यकार पं. रामदेव जी विद्यालंकर भी यज्ञ में पधारे थे।

-सालिगराम पाण्डेय

फलोदी, गायत्री परिवार के प्रयत्न से एक वेद पाठशाला स्थापित हुई है, जिसमें आवश्यक धर्मकृत्य भी सिखाये जाते हैं। विद्यार्थियों की संख्या 50 के लगभग है। सामूहिक जप हवन का कार्यक्रम भली प्रकार चलता रहता है।

-अम्बालाल थानवी

व्यावर, शाखा द्वारा सामूहिक हवन सत्संग बड़े आनंदपूर्वक होता चला आ रहा है। गत परिवार को पं. मंगतराम शर्मा के यहाँ चौबीस सौ आहुतियों का हवन हुआ।

-घीसूलाल वर्मा

विगत पूर्णिमा को सामूहिक गायत्री यज्ञ श्रीमती गंगा देवी प्रधान के घर सानंद सम्पन्न हुआ। बसन्त पंचमी के सामूहिक यज्ञ आयोजन में गायत्री सदस्यों के अतिरिक्त अन्य सज्जनों ने भी श्रद्धापूर्वक भाग लिया।

-वृन्दादेवी प्रधान

श्री. स्वामी योगानंद जी महाराज गायत्री प्रचार में बड़ी लगन से जुटे हुए हैं। भाईपुर (बुलन्दशहर) में उनके आठ दिन प्रवचन हुये तथा एक हजार आहुतियों का हवन एवं 20 कन्याओं का भोजन हुआ। सनेता सफीपुर में 26 जनवरी को 11 सौ आहुतियों का हवन हुआ। ता. 28 भगवानपुर में प्रचार किया।

-छेदालाल अरोड़ा

छिवरामऊ (इटावा) में बसन्त पंचमी अवसर पर बड़ी श्रद्धापूर्वक गायत्री यज्ञ हुआ। अनेक नर-नारी उपस्थित थे।

-कृष्ण कुमारी

हथगाँव (फतेहपुर) में सामूहिक यज्ञ दैनिक रूप से चल रहा है। गायत्री उपासक श्रद्धापूर्वक भाग लेते हैं। पूर्णिमा और अमावस्या को अखण्ड जप चलता है।

-जग मोहनलाल निगम

कोटा में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन झंडाभिवादन के समय वर्कशॉप की सभाएं पं. बाला राम जी त्रिवेदी का गायत्री माता तथा यज्ञ पिता की महिमा पर बड़ा प्रभावशाली भाषण हुआ। 540 गायत्री चालीसा वितरण किये जा रहे हैं।

-पूरनमल शर्मा

शामगढ़ (मन्दसौर) में श्री स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज उस क्षेत्र की जनता के सहयोग से एक बहुत बड़ा यज्ञ करने की तैयारी में दिन रात संलग्न हैं। यज्ञ समिति का निर्माण हो गया है, जो आयोजन की व्यवस्था बनाने में कार्यरत हैं।

-नरसिंह लाल

हसवा (फतेहपुर) में गणतंत्र दिवस पर गायत्री सदस्यों द्वारा प्रातःकाल 1100 आहुतियों का हवन हुआ। सायंकाल प्रवचन कीर्तन आदि हुए। साप्ताहिक सत्संगों में अखण्ड-ज्योति में प्रकाशित अन्य शाखाओं के कार्यों को सदस्यगण बड़े चाव से सुनते और उनसे प्रेरणा प्राप्त करते हैं।

-रामवतार शर्मा

करड़ावद (झाबुआ) निवासी पं. बिहारीलाल जी महाराज गत तीन वर्ष से संयम, नियम एवं एक वर्ष मौन रह कर गायत्री महापुरश्चरण कर रहे थे। उसकी पूर्णाहुति के उपलक्ष में ता. 5, 6, 7, 8, 9 मई को एक विराट् यज्ञ श्री नीलकंठेश्वर महादेव के मन्दिर पर पेटलावद नगर में होगा। भारी संख्या में जनता के उपस्थित होने की आशा है।

-सोमेश्वर चतुर्वेदी

बकानी (झालाबाड़) पं. द्वारिकालाल जी अध्यापक के यहाँ गायत्री जप हवन तथा अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन बड़े आनन्द पूर्वक संपन्न हुआ।

-भँवरलाल शर्मा

डभोड़ा (गुजरात) में 1 जनवरी को 24 हजार आहुतियों का गायत्री यज्ञ तथा प्रभावशाली सत्संग हुआ। श्रद्धालु सज्जनों का सहयोग सराहनीय था।

-हरिप्रसाद जानी

आरंग (रायपुर) शाखा के अब तक 107 सदस्य बन चुके हैं। साप्ताहिक सत्संगों में उच्च कोटि के प्रवचनों की व्यवस्था रहती है। नित्य 24 हजार सामूहिक जप तथा शताँश आहुतियों का नियमित क्रम चलता है। पंच कुँडी यज्ञशाला पर टीन डालने की व्यवस्था की जा रही है।

-विद्या प्रसाद मिश्र

वसडीहा (शाहाबाद) शाखा द्वारा इस मास जप, हवन, सत्संग, अखण्ड कीर्तन, धर्म फेरी, दीन दुखियों की सहायता करना आदि अनेक धार्मिक कार्यक्रम चलाये गये। वेद पढ़ाने के लिए एक पंडित बुलाने का विचार किया गया है।

-ब्रजभूषण पाठक

फत्यापुर (निमाड़) के कई सदस्य उचावद यज्ञ में गये थे। वहाँ से प्रभावित होकर यहाँ भी एक बड़ा सामूहिक हवन तथा अनुष्ठान करने की तैयारी हो रही है।

-बना रूपचन्द पटेल

बिजौली (फतेहपुर) में बसन्त पंचमी के अवसर पर 24 हजार आहुतियों का यज्ञ बड़े समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर प्रवचन करने के लिए बरौली से वेद विद्वान श्री ईश्वरी प्रसाद जी पधारे थे। भगौनापुर वरिगँवा आदि शाखाओं के सदस्य भी इस यज्ञ में भाग लेने आये थे। इस क्षेत्र में धार्मिक जागृति उत्पन्न करने के लिए एक बहुत बड़े यज्ञ की व्यवस्था बनाई जा रही है।

-राम सनेही वर्मा

बहादुर गंज (पूणियाँ) में 8 फरवरी अनुष्ठान की पूर्णाहुति के साथ-साथ सामूहिक हवन तथा कीर्तन हुआ। लगभग 250 व्यक्तियों ने भाग लिया। भाषणों में ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान पर प्रकाश डाला गया।

-खुशी नाथ शर्मा

खाम गाँव (वरार) में ता. 11,12,13 फरवरी को 24 हजार आहुतियों का गायत्री यज्ञ 5 कुण्डी यज्ञ शालायें बड़े हर्षोलास के साथ पूर्ण हुआ। यज्ञ मण्डप की शोभा सजावट देखते ही योग्य थी। खामगाँव निवासियों के अतिरिक्त खेर्डा, पहुरजिरा, वडगाँव, तोव्हारा आदि स्थानों से भी गायत्री उपासकों ने आकर यज्ञ में भाग लिया। सर्व श्री पन्नालाल जी व्यास, के. एम. मुँशी, राजा भाऊ जोशी, मुरलीधर पाटिल आदि के भाषण हुये। नरमेध के आत्म दानी पूज्य जय नारायण जी ब्रह्मचारी के द्वारा पूर्णाहुति का कृत्य संपन्न हुआ। लगभग लगभग 800 व्यक्तियों का भोजन हुआ। उपस्थित उपासकों ने ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान को सफल बनाने की प्रतिज्ञा की।

-मुरलीधर पाटिल

मोरवी (सौराष्ट्र) में गायत्री उपासकों द्वारा डेढ़ करोड़ जप पूर्ण हो चुकने पर उसकी पूर्णाहुति हवन ता. 21, 22, 23 फरवरी को स्थान कुबेरनाथ महादेव मन्दिर पर होना निश्चित हुआ है।

-नारदलाल सदाशिव

धुरट (जालौन) में ता. 10 से 14 फरवरी तक 9 कुण्डी यज्ञ बड़े समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ। रामायण, भागवत, गीता-पाठ तथा प्रवचनों का बड़ा आनन्दवर्द्धक कार्यक्रम था। यज्ञ देखने दूर दूर के लोग आये थे। मथुरा से आचार्य जी भी आये थे।

-शिवचरनलाल शास्त्री

बापी (गुजरात) से 40 मील दूर मधुवनी में गायत्री अनुष्ठान तथा यज्ञ सफलता पूर्वक पूर्ण हुआ। ठाकुरलाल नारायणदास राणा इस प्रदेश में गायत्री प्रचार विशेष उत्साह पूर्वक करने के लिए कटिबद्ध हुए हैं।

-कष्णराय हरिभाव घोंडे

रानी मूँडा (कालाहाँडी) में माघ शुक्ल दशमी को 14 माला आहुतियों का हवन तथा सामूहिक जप बड़े आनंद पूर्वक हुआ। प्रवचन भी हुए, मंत्र लेखन चालू है।

-हरिकृष्ण शर्मा

नवाबगंज (बरेली) में माघ शुक्ल दस का 32 हजार गायत्री जप, 2580 मंत्र लेखन 1200 पाठ गायत्री चालीसा के, हवन, प्रवचन का बड़ा श्रद्धापूर्ण आयोजन हुआ।

-रामभिलाष त्रिपाठी

सुन्दरी (बरेली) में गायत्री यज्ञ आनन्द पूर्वक पूर्ण हुआ। आचार्य त्रिपाठी जी तथा श्री नानकचन्द टण्डन का उसमें विशेष हाथ था। यज्ञ की रात्रि को श्री टण्डन जी को गायत्री माता के स्वप्न में स्पष्ट दर्शन हुए।

-प्र.भा. प्रताप शुल्क

काँकेर (वस्तर) में पेटौद के गायत्री उपासकों को मिला कर शाखा स्थापित की गई। बसंत पंचमी को सामूहिक हवन हुआ। यज्ञोपवीत भी धारण कराये गये।

-म.दा. काश्यप पटवारी

मझिया (हरदोई) में बसंत पंचमी को 11 मालाओं की आहुतियों का बड़ा प्रभावशाली यज्ञ हुआ। आस-पास के अनेक गाँवों से जनता भारी संख्या में आयी थी। चैत में इससे भी बड़े यज्ञ का आयोजन हो रहा है।

-शिवराम दीक्षित

धामपुर (बिजनौर) में 2 यज्ञ 4 हजार आहुतियों के हो चुके हैं। अब एक सामूहिक यज्ञ होली पर होगा। सत्संग नियमित रूप से चलता है। 40 सदस्य बन चुके हैं। 108 सदस्य बनाने के लिए प्रयत्न चल रहा है।

-काँती देवी त्यागी

पयागपुर (बहरायच) में बसंत पंचमी को हुए लगभग 100 उपासकों को भोजन कराया गया। पूर्णाहुति सरयू तट वासी श्री ब्रह्मचारी जी के कर कमलों से हुई। श्री बेद्यनाथराय एवं ब्रह्मदेव गुप्त का सहयोग सराहनीय था।

-देशराज पाठक

सागौन भाडी (कालाहाँडी) कुम्भ संक्रान्ति पर श्री महेश्वर प्रसाद बेहेरा के सहयोग से गायत्री जप, हवन, रामयण पाठ, गीता पाठ, ब्रह्म भोज, प्रवचन का कार्य सम्पन्न हुआ। गोविन्दपुर में एक नई शाखा स्थापित हुई।

-विनायक प्रसाद शर्मा

महोवा (हमीरपुर) में सन् 57 में 11 लक्ष गायत्री जप का कार्यक्रम चल रहा है। साप्ताहिक सत्संग उत्साह पूर्वक होते हैं।

-प्रेमचन्द अग्रवाल

गत अश्विन की नवरात्रि से श्री गुरुप्रसाद जी निगम के यहाँ हर मास पूर्णिमा को 5 हजार आहुतियों का हवन होता आ रहा है। गायत्री का प्रचार इस क्षेत्र में बढ़ रहा है।

-रामाभाई फन्दे

बडवानी में एक सज्जन ने गायत्री मन्दिर बनाने के लिए 5 हजार रुपया तक व्यय करने का आश्वासन दिया है। जमीन लेने सम्बन्धी समस्या हल होते ही यह सत्कार्य प्रारम्भ होने की आशा है।

-गोविन्दराय सी. पंडित

दिगौड़ा (टीकमगढ़) के समीपवर्ती ग्रामों में चन्दा इकट्ठा करके स्वामी श्री सियारामदास जी जेष्ठ में एक बड़ा यज्ञ करा रहे हैं। प्रयत्न जोरों से चल रहा है।

-वृजबल्लभ संज्ञा

पलायथा (राजस्थान) में ता. 4 से 6 फरवरी को 9 कुण्डों को भव्य यज्ञशाला में सवा लक्ष आहुतियों का यज्ञ बड़े ही समारोह पूर्वक हुआ। मथुरा से आचार्य जी, स्वामी प्रेमानन्द जी भी पधारे हरिकीर्तन, यज्ञ, प्रवचन, जल-यात्रा, शोभा-यात्रा, पूर्णाहुति, प्रसाद-वितरण आदि कई कार्य-क्रम बड़े ही मनोहर थे। सर्व श्री रामरत्न शर्मा पंचौली, श्री कृष्ण शर्मा गौतम, गोरघनलाल आचार्य, श्री कृष्ण गुप्त, रघुनाथप्रसाद पटवारी, जगन्नाथ नन्दवाना आदि सज्जनों का सहयोग विशेष सराहनीय रहा। ता. 8 को गोपाललाल जगन्नाथ जी नन्दवाना के यहाँ 15 मालाओं का तथा रामरत्न जी पंचोली के यहाँ 34 मालाओं का, वैद्य रामस्वरूप आत्रेय के यहाँ 6250 आहुतियों का हवन लाइन मिस


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