बचत की आदत स्वयं एक शिक्षा है। वह सद्गुण उत्पन्न करती है, संयम की शिक्षा देती है। व्यवस्था सिखाती है, भविष्य के सम्बन्ध में सोचना सिखाती है। इस प्रकार एक संत की संगति का लाभ देती है।
*समाप्त*