आत्मा एक चेतन तत्व है, जो अपने रहने के लिए उपयुक्त शरीर का आश्रय लेता है और एक देह से दूसरी देह में जाता रहता है। भौतिक शरीर आत्मा को धारण करने के लिए विवश होता है। –गेटे