अगला अंक
जनवरी 76 का अखण्ड-ज्योति अंक उन साधनाओं का विज्ञान तथा स्वरूप समझाने वाला होगा जो सही रीति से अपनाये जाने पर व्यक्तित्व को सामान्य से असामान्य बना सकने में पूरी तरह समर्थ है। अखण्ड-ज्योति पाठकों में से जो इन्हें करना चाहेंगे उन्हें विशेष रूप से मार्ग दर्शन एवं सहयोग भी मिलेगा। यह साधना विज्ञान पचास वर्ष की साधना का निचोड़ निष्कर्ष कहा जा सकता है। साधना की स्वर्ण जयन्ती का इस अंक को विशेष उपहार माना जाना चाहिए और उसे अलभ्य सामग्री की तरह सुरक्षित रखा जाना चाहिए।