बलख का बादशाह इब्राहिम बिन अहमद फकीर हो गया और ईश्वर की भक्ति में डूबा रहने लगा। आवाज उतरी कि ऐ बन्दे लकड़ी काटकर अपना गुजारा कर और अपनी कमाई में से दूसरों को हिस्सा बाँट। इबादत का यही तरीका बेहतरीन है।