VigyapanSuchana

January 1974

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दार्शनिक प्लेटा के द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्त मौलिक नहीं, वे भारतीय तत्वज्ञान की प्रतिध्वनि मात्र हैं। —प्रो. ई. जे. डर्विक


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