महामना मालवीय जी से एक विद्वान ने कहा, “महाराज, आप मुझे सौ गालियाँ देकर देख लें, मुझे क्रोध नहीं आयेगा।”
मालवीय जी ने मुसकराते हुए कहा, “आपके क्रोध की परीक्षा होने से पहले ही मेरी जवान गन्दी हो जायेगी। मैं ऐसा क्यों करूं?”