जिन्होंने वासनाओं को जीता है, वे ही मुक्त हुए हैं। जिन्होंने ईर्ष्या का त्याग किया है, उन्हीं को प्रेम की प्राप्ति हुई है और जिन्होंने धैर्य धारण किया है, वे ही शुभ परिणाम को प्राप्त कर सके हैं।
—हसन बसरी