उत्तम शिष्टाचार अच्छे मन का आभूषण है। कोई भी बिना इस भूषण के सचमुच महान नहीं हो सकता है।
—ए वी.एलकट
आत्म सम्मान, आत्म-ज्ञान, आत्म-संयम ये तीनों पूर्ण शक्ति को प्राप्त कराते है। मनुष्य की सर्वोत्कृष्ट विजय वह है जो अपने आप पर प्राप्त करता है।
—अर्ज स्टर्लिंग
*समाप्त*