सभी दुनिया हे तेरा धाम॥
नित्य निरंजन, निराकार, तू प्रभु, ईश्वर, अल्लाह। ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर तू ही, तू शाहों का शाह॥
खुदा है तू ही, तू ही राम। सभी भाषाएं तेरे नाम॥
महादेव, शिव, शंकर, जिन, तू रब, रहीम रहमान। गौड, यहोवा, परम पिता तू, अहुरमज्द भगवान॥
सिद्ध, अरहंत, बुद्ध, निष्काम। सभी भाषाएं तेरे नाम॥
सेतुबन्ध, जेरुसलेम, काशी, मक्का, गिरनार। सारनाथ, सम्मेद शिखर में, तेरा ही विस्तार॥
सिन्धु, गिरि, नगर, नदी, बन, ग्राम। सभी दुनिया है तेरा धाम॥
मंदिर, मस्जिद, चर्च, जिनालय, सब धर्मालय एक। सब में तेरी ही पूजा है, तेरे रूप अनेक॥
सभी को वन्दन, नमन सलाम। सभी दुनिया है तेरा धाम॥
मंदिर में पूजा को जाऊँ, मस्जिद पढूँ नमाज। गिरजा की प्रेयर में देखूँ, मैं तेरा ही साज॥
एक हो जायं सलाम, प्रणाम। सभी भाषाएं तेरे नाम॥
एक हो जायं सलाम, प्रणाम। सभी भाषाएं तेरे नाम॥
*समाप्त*