अकड़ कर मत चला करो, क्योंकि न तो तुम जमीन को फाड़ सकोगे और न पहाड़ों की बराबर लम्बे हो सकोगे।
-सूरेबनी इस्माईल,
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ए बंदों। अपने मुखालिफों से भी मीठी बात करो क्योंकि बदकलमी से किसी का दिल दुखाना शैतान का काम है।
-सूरेबनी इस्माईल