गीत संजीवनी-13

हे महादेव! हे महादेव!

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हे महादेव! हे महादेव!, सब बोलो मिलकर महादेव।

लो डमरू की आवाज सुनो, क्यों बजा रहे हैं राज गुनो।
अब ताण्डव उन्हें रचाना है, दुष्टों को उन्हें छकाना है॥
अब महाकाल हैं महादेव, सब बोलो मिलकर महादेव॥

जो उनको शीश झुकायेंगे, जो उनके संग हो जायेंगे।
जो बदलेंगे अपने विचार, शिव होंगे जिनके सदाचार॥
वरदानी होंगे महादेव, सब बोलो मिलकर महादेव॥

अब ध्वंस ध्वस्त हो जायेगा, आतंक नष्ट हो जायेगा।
दुर्गुण, कुटेव अब छूटेंगे, दुश्चिन्तन के सिर फूटेंगे॥
मिट जायेंगे धोखा फरेब, सब बोलो मिलकर महादेव॥

परिवर्तन निश्चित होना है, अब नहीं पाप को ढोना है।
रौंदा जायेगा दानव दल, कुचला जायेगा अब तो छल॥
छूटेंगे अब कुत्सा कुटेव, सब बोलो मिलकर महादेव॥

आओ हम उनके संग चलें, आओ शिव के अनुरूप ढलें।
उज्ज्वल भविष्य अब आयेगा, युग परिवर्तन हो जायेगा॥
गूँजेगा जय- जय महादेव, सब बोलो मिलकर महादेव॥

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