गायत्री ज्ञान मन्दिर सैट मँगाकर अपने घर में गायत्री पुस्तकालय की स्थापना कीजिए

June 1958

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गायत्री-ज्ञान का सर्वसाधारण में प्रसार करने के लिए यह 52 पुस्तकें अत्यन्त ही सुन्दर तिरंगे बढ़िया ग्लेज कागज पर छापी गई हैं। गायत्री विद्या का महत्वपूर्ण ज्ञान, विज्ञान, साधना विधान, अर्थ तथा सन्देश इन पुस्तकों में बड़े प्रभावशाली एवं सुबोध रूप से लिखा गया है। यह सस्ता सैट प्रत्येक धर्म-प्रेमी को अपने घर पर रखना चाहिए। स्वयं पढ़ना तथा दूसरों को पढ़ाना चाहिए। यह 52 पुस्तकें घर में गायत्री पुस्तकालय स्थापना का उद्देश्य पूर्ण करती हैं। मूल्य प्रत्येक का चार आना। 52 पुस्तकों का 13 रु. एक साथ लेने पर डाक व्यय माफ।

गायत्री का ज्ञान विज्ञान और साधन

गायत्री महात्म्य।

गायत्री की दिव्य शक्ति।

गायत्री द्वारा आत्मोत्कर्ष।

गायत्री की सिद्धियाँ।

गायत्री से ब्रह्म साक्षात्कार।

गायत्री साधना के चमत्कार।

गायत्री से व्याधि निवारण।

गायत्री द्वारा भौतिक सफलताएं।

गायत्री से संकट निवारण।

सचित्र गायत्री।

मनुष्य जीवन की सार्थकता।

स्त्रियों का गायत्री अधिकार।

गायत्री के जगमगाते हीरे।

गायत्री उपनिषद्।

गोपनीय गायत्री तन्त्र।

गायत्री और यज्ञोपवीत।

अनादि गुरु-मन्त्र गायत्री।

गायत्री की सुलभ साधना।

गायत्री से योग साधना।

गायत्री सहस्रनाम।

गायत्री हवन पद्धति।

गायत्री यज्ञ का महत्व।

यज्ञ और भारतीय संस्कृति।

विश्वव्यापी संकट।

सामूहिक यज्ञ योजना।

साँस्कृतिक पुनरुत्थान।

गायत्री का अर्थ और संदेश

गायत्री की 24 शिक्षाएं।

ईश्वर का विराट् रूप।

ब्रह्मज्ञान का प्रकाश।

शक्ति का सदुपयोग।

धन का सदुपयोग।

आपत्तियों में धैर्य।

नारी की महानता।

गृहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा।

प्रकृति का अनुसरण।

मानसिक संतुलन।

सहयोग और सहिष्णुता।

इन्द्रिय संयम।

पवित्र जीवन।

परामर्श और स्वार्थ।

सर्वतोमुखी उन्नति।

ईश्वरीय न्याय।

विवेक की कसौटी।

जीवन और मृत्यु।

धर्म की सुदृढ़ धारणा।

प्राण घातक व्यसन।

सावधानी और सुरक्षा।

उदारता और दूरदर्शिता।

स्वाध्याय और स्वतन्त्र।

आत्म कल्याण का मार्ग।

सन्तान के प्रति कर्तव्य।

शिष्टाचार और सहयोग।

16 आदर्श वाक्य कार्डबोर्ड पर तिरंगे छपे

पता- अखण्ड-ज्योति प्रेस, मथुरा।

वर्ष-19 सम्पादक - श्रीराम शर्मा आचार्य अंक-6


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