Quotation

May 1955

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मनुष्य अनेक अभिमानों में मस्त रह कर प्रभु से विमुख बनता है। अभिमान एक प्रकार का बुखार है उसे उतारे बिना आध्यात्मिक स्वास्थ्य लाभ नहीं हो सकता।


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