VigyapanSuchana

November 1952

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आगामी वर्ष का विशेषाँक

“ अखण्ड-ज्योति “ का जनवरी सन् 53 का अंक “मनुष्यता” अंक होगा। मनुष्यता के लक्षण, कर्त्तव्य, उसके नाश के कारण तथा उत्थान के उपायों पर विस्तृत प्रकाश डाला जायगा।

इस अंक का सम्पादन भी पिछले नववर्षों को की तरह इस वर्ष भी सुप्रसिद्ध विद्वान प्रो. रामचरण महेन्द्र ही करेंगे, इस अमूल्य विशेषाँक की अभी से प्रतीक्षा कीजिए।


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