Quotation

June 1981

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-यदि धन के लिए परिश्रम करने की आवश्यकता नहीं है तो भी स्वास्थ्य के लिए परिश्रम किया जाय।

-परिश्रम ही स्वस्थ जीवन का मूल मन्त्र है।

-जुगनू जब बैठा होता है तब नहीं चमकता। उसी प्रकार जब मनुष्य आलसी-अकर्मण्य हो जाता है तो उसकी बुद्धि का दीपक बुझ जाता है।


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