मनुष्य क्या है? निश्चित रूप में पशु और देव को जोड़ने वाली एक मध्यवर्ती शृंखला। मनुष्य की शालीनता ही वह आधार है जिसके सहारे वह महानता के तथ्य को प्राप्त करता है।
-विलियम जेम्स