अमेरिकी नागरिक एल्फ्रेड लैजविन आँखों से उसी प्रकार साँस छोड़ सकता था जैसे कि नाक या मुँह से छोड़ी जाती है। उसने अनेक प्रदर्शनों में नाक और मुँह बन्द कराये और आँखों द्वारा साँस का आवागमन जारी रखा। आंखों से तेज साँस छोड़ कर मोमबत्ती बुझा देने के प्रदर्शन से उसने बहुत ख्याति प्राप्त की।
इटली की गेजेटा ग्रास परौनी नामक लड़की का शरीर रबड़ की गेंद की तरह हलका था। उसे बीस फुट ऊँचे से गिराया गया तो चोट लगने की तो बात ही क्या फुटबाल की तरह कई बार उछली और हँसती-खेलती रही।
इंग्लैण्ड में माँट गुमरी नामक जन्मान्ध व्यक्ति पोस्टमैन के पद पर नियुक्त हुआ और उसने पूरे पैंतीस वर्ष नौकरी की। इस बीच एक भी घटना ऐसी नहीं हुई कि उसने किसी का पत्र किसी को बाँट दिया है। चिट्ठियों के कोने पर वह छेद उभार कर ऐसी पहचान कर लेता था कि पढ़ न सकने पर भी पत्रों को यथास्थान पहुँचा सके।