गरीबी एक अपराध है और आधुनिक सभ्यता की देन है, जहाँ भाई का नाता भी ‘पोजीशन’ की मर्यादाओं में बँधा है, जहाँ श्रद्धा, भक्ति, यहाँ तक कि जीवन-संगिनी पत्नी के प्रेम की भी कीमत है। यह आधुनिक सभ्यता है। -अज्ञात