यदि धन अपने पास इकट्ठा हो जाय तो वह पाले हुए शत्रु के समान है। उसका छोड़ना भी कठिन हो जाता है।
कोई व्यक्ति दो आदमियों की एक साथ सेवा नहीं कर सकता । चाहे ईश्वर की उपासना कर लो, चाहे कुबेर की। -बाइबिल