मैंने कहा है कि अभी भी हमारे पास कुछ ऐसी बाते हैं, जिनकी शिक्षा हम संसार को दे सकते हैं। यही कारण है कि सैकड़ों वर्ष तक अत्याचारों को सहने, लगभग हजार वर्ष तक विदेशी शासन में रहने और विदेशियों द्वारा पीड़ित होने पर भी यह देश आज तक जीवित रहा है। उसके अभी भी अस्तित्व में रहने का कारण यही है कि वह सदैव और अभी भी ईश्वर का आश्रय लिए हुए है, तथा धर्म एवं आध्यात्मिकता के अमूल्य भण्डार का अनुसरण करता आया है।
-विवेकानन्द
लघु कथा-