अब तक के प्रकाशित गायत्री साहित्य का सार लेकर चार-चार आने मूल्य की 52 पुस्तकें छापी गई हैं। 26 पुस्तकों में गायत्री महाशक्ति का परिचय विवेचन एवं साधना विधान भली प्रकार समझाया गया है तथा शेष में गायत्री महामन्त्र के 24 अक्षरों, प्रणव तथा व्याहृति की शिक्षाओं का वर्णन एक-एक पुस्तक में किया गया है। प्रत्येक पुस्तक ग्लेज बढ़िया कागज पर छपी हुई तिरंगे कवर से सुसज्जित है।
घर में गायत्री का एक छोटा पुस्तकालय स्थापित करने के लिए यह 13) मूल्य का सैट बहुत ही उपयोगी है।
गायत्री में सन्निहित शिक्षाओं की पुस्तकें
1—ईश्वर का विराट रूप
2—ब्रह्मज्ञान का प्रकाश
3—शक्ति का सदुपयोग
4—धन का सदुपयोग
5—आपत्तियों में धैर्य
6—नारी की महानता
7—गृहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा
8—प्रकृति का अनुसरण
9—मानसिक संतुलन
10—सहयोग और सहिष्णुता
11—इन्द्रिय संयम
12—पवित्र जीवन
13—परमार्थ और स्वार्थ
14—सर्वतोमुखी उन्नति
15—ईश्वरीय न्याय
16—विवेक की कसौटी
17—जीवन और मृत्यु
18—धर्म की सुदृढ़ धारणा
19—प्राणघातक व्यसन
20—सावधानी और सुरक्षा
21—उदारता और दूरदर्शिता
22—स्वाध्याय और सत्संग
23—आत्म-कल्याण का मार्ग
24—सन्तान के प्रति कर्त्तव्य
25—शिष्टाचार और सहयोग
26—विश्वव्यापी संकट
गायत्री विज्ञान तथा साधन की पुस्तकें
27—गायत्री की सुलभ साधना
28—गायत्री की सिद्धियाँ
29—गायत्री यज्ञ का महत्व
30—गायत्री की 24 शिक्षाएँ
31—गायत्री और यज्ञोपवीत
32—गायत्री साधना के चमत्कार
33—गायत्री की दिव्य शक्तियाँ
34—गायत्री द्वारा आत्मोत्कर्ष
35—गायत्री द्वारा भौतिक सफलताएँ
36—गायत्री से व्याधि निवारण
37—गायत्री से संकट निवारण
38—गायत्री से योग साधना
39—गायत्री से ब्रह्म साक्षात्कार
40—गायत्री के जगमगाते हीरे
41—गायत्री-महात्म्य
42—गायत्री उपनिषद्
43—गायत्री सहस्रनाम
44—अनादि गुरु मन्त्र गायत्री
45—गोपनीय गायत्री तंत्र
46—सचित्र गायत्री
47—स्त्रियों के गायत्री अधिकार
48—सामूहिक यज्ञ-योजना
49—मनुष्य जीवन की सार्थकता
50—यज्ञ और भारतीय संस्कृति
51—साँस्कृतिक पुनरुत्थान
52—गायत्री हवन पद्धति
—पता-अखण्ड-ज्योति प्रेस, मथुरा