ईश्वर संसार का शासन करता है। हमें बुद्धिमता से अपना कर्तव्य पालन करना चाहिए और इस प्रश्न को उसी के सुपुर्द छोड़ देना चाहिए।
—जान जे
दो मनुष्य ईश्वर को प्रसन्न करते हैं—एक तो वह जो सच्चे हृदय से उसकी सेवा करता है क्योंकि वह उसे जानता है, दूसरा वह जो उसे निष्कपट भाव से ढूंढ़ता है क्योंकि वह उसे नहीं जानता ।
—पाणिन