श्री कैलाश पति बैंक अनलिमिटेड

April 1944

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शाखाएं-ऋषिकेश (हिमालय) नैरोबी (अफ्रीका) मेहसाणा (गुजरात)

सोल प्रोप्राइटर:-भगवान कैलाशपति, मैनेजिंग डाइरेक्टर:-श्री जी. एम. शर्मा

हिमालय शाखा के प्रेसीडेण्ट:- श्री स्वामी शिवानन्द जी, आनन्द कुटीर ऋषिकेश (हिमालय)

मेहसाणा ब्राञ्च के मैनेजर:-श्री रामलाल भाई गोपाल जी व्यास

बी. ए., एल. एल. बी., वकील

इस बैंक में लाल स्याही से कागज की एक और निश्चित संख्या में “ॐ नमः शिवाय” मन्त्र (नागरी अक्षरों में) एक ही मनुष्य के हाथ लिखे हुए जमा करने से निम्न लिखित वस्तुएं उपहार में दी जायेंगी।

इस के अतिरिक्त निम्न लिखित मन्त्र भी बैंक में जमा किये जा सकते हैं। (1.) गणपतये नमः (2.) ॐ नमोभगवते वासदेवायः (3) और नमोनारायणायः (4) ॐ हुँ हनुमतये नमः (5) हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे (नीचे बतलाई हुई संख्या में इस मन्त्र की संख्या आधी गिनी जायेगी)

मन्त्र की संख्या. इनाम में मिलने वाली वस्तुएं

500, श्री काशीजी में तैयार कराया हुआ शुद्ध जनेऊ (यज्ञोपवीत).....2

2000, चंदन या तुलसी की सुन्दर माला ..........1

5000,असली पञ्चमुखी रुद्राक्ष की माला ..........1

“सुन्दर धार्मिक फोटो साइज 12&14..........1

“ श्री भगवद्गीता-गुजराती टीका वाली ..........1

10000,पंचपात्र ताँबे का ..........1

“ सुन्दर नर्मदेश्वर शिव लिंग ..........1

सवा लाख, “कल्प वृक्ष” मासिक पत्र उज्जैन, एक वर्ष को बिना मूल्य

डेढ़ लाख, “अखण्ड ज्योति” मासिक पत्र मथुरा, एक वर्ष को बिना मूल्य

दो लाख, “कल्याण” मासिक पत्र गोरखपुर, “ “ “ “ “

“ स्फटिक मणि की सुन्दर माला अथवा शिव लिंग

तीन लाख, गुजराती टीका वाली रामायण अथवा श्रीमद्भागवत

पाँच लाख, शिव पुराण गुजराती टीका वाला

पन्द्रह लाख, काशी व हरिद्वार की टिकिट मेहसाणा स्टेशन से और साथ में 5) भोजन के वास्ते, चौबीस लाख, बद्रीकेदारनाथजी की यात्रा का खर्चा,

यह इनाम बैंक की तरफ से वर्ष में तीन बार “महाशिवरात्रि” “अक्षय तृतीया” और विजयादशमी-(दशहरा) वितरण किये जायेंगे,

मन्त्र लिखने के इच्छुक महानुभाव पहिले से बैंक को सूचना देकर अपना नाम रजिस्टर करालें जिससे तदनुसार व्यवस्था की जा सके,

निष्काम भावना से ईश्वर के कृपा पात्र आत्माएं उपरोक्त मन्त्रों को लिख कर बैंक में भेजेंगे तो वह भी सधन्यवाद स्वीकार किये जावेंगे।


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