1-’हरगिज नहीं पहुँचते अल्लाह के पास गोश्त और उनके खून ही पहुँचती हे अल्लाह के पास तुम्हारी परहेज़ गारी।
—करान सूरए हज
2-तहकीक अता की हमने तुमको का था नमाज़ पढ़ो, अपने परवरदिगार की, और कुरबानी करो अपने नफस की।
—सूरए कोतुर
3-’क्या देखते नहीं कि तहकीक हमने पैदा किया उनके वास्ते चौपाइयों की जो हमारे है। पास, वह उनके मालिक हैं और कर दिया हमने उन चौपायों को उनके वास्ते। पस, बाज़ इनमें से सवारियों के काम आते हैं, और बाज़ को इनमें से पालते हैं।’
—सूरए यालीम
4-’गाय को मारने वाला, हरे वृक्ष को काटने वाला और शराब को पीने वाला, नहीं बख्शा जायगा।
—सूरए यासीन