ईसा मसीह एक बार केपर नगर के बदनाम मुहल्ले में जाकर ठहरे। वहां शराब पीने वालों, चोर तथा ठगों की भरमार थी।
नगर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने इस समाचार को बड़े आश्चर्य से सुना। कितने ही अनुयायी उनके पास दौड़े हुए आये और निवेदन करने लगे- ‘‘आपके लिए इस नगर में ठहरने के स्थानों की क्या कमी है? अच्छी से अच्छी व्यवस्था की जा सकती है- आप चलिये। यहां तो आपको रात काटना भी मुश्किल पड़ जायगा।’’
महाप्रभु ने हँसकर उत्तर दिया- ‘‘बात तो तुम लोगों की ठीक है। पर यह क्यों भूल जाते हो कि चिकित्सक बीमारों को देखने घर-घर जाता है, स्वस्थ लोगों को नहीं। इस दृष्टि से यह स्थान मेरे लिए उपयुक्त ही है।’’
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