VigyapanSuchana

March 1967

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एक विशेष अनुरोध

इस वर्ष छंटनी कार्यक्रम के कारण अखण्ड-ज्योति की सदस्य संख्या बहुत घट गई है। बेकार लोगों का हट जाना तो ठीक हुआ पर उनकी स्थानपूर्ति अच्छे लोगों से होनी चाहिए अन्यथा उसका प्रभाव अपने महान मिशन पर पड़ेगा। एक नया सदस्य बढ़ाने की चेष्टा प्रत्येक परिजन को करनी चाहिए। इस मास इसके लिए विशेष रूप से प्रयत्न किया जाये।

इन पाँचों प्रश्नों को अपने आपसे बार-बार पूछना चाहिए। जो कुछ आप कर सकते हैं, किन्तु आलस्यवश नहीं कर रहे हैं, उसे करना शीघ्र ही आरंभ कर दें। आपकी गणना उन परिजनों में नहीं होनी चाहिए जिनके बारे में यह कहा जा सके कि उनने समर्थ होते हुए भी इस महान अभियान के लिए कुछ नहीं किया था।

*समाप्त*


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