‘आत्मा तो हमारा आध्यात्मिक जीवन है हमारा अमरत्व अपने में छिपाये हुए है।’
-महात्मा गाँधी
‘प्राप्ति में जो आनन्द है उसकी अपेक्षा प्रयत्न का आनन्द श्रेष्ठ है।
-विनोबा भावे