गायत्री अंक के लिए

May 1952

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अखण्ड ज्योति का जुलाई का अंक ‘गायत्री अंक’ होगा। उसमें उन सज्जनों के वृत्तान्त रहेंगे जिनने गायत्री की उपासना में सन्तोषजनक सफलता पाई है। ऐसे लोगों के चरित्रों का वृत्तान्त जानने से साधारण साधकों को आशा और उत्साह के साथ इस कल्याण मार्ग पर चलने का प्रोत्साहन मिलता है।

भूतकाल में ऐसे अनेक गृहस्थ और विरक्त महानुभाव हुए हैं जिन्होंने गायत्री की सफल उपासना की थी। वर्तमान समय में भी ऐसे अनेक सज्जन हैं जो गायत्री महाशक्ति की तपस्या करके अपने में अनेक विशेषताएं उत्पन्न कर चुके हैं, ऐसे सज्जन बहुधा स्वयं अपनी विशेषताएं प्रकट करने में संकोच करते हैं। इसलिए अखण्ड-ज्योति के पाठकों से प्रार्थना है कि उन्हें किन्हीं स्वर्गीय गायत्री उपासक का उत्साहवर्धक वृत्तान्त मालूम हो या वर्तमान काल के किन्हीं सफल साधक का परिचय हो तो उनकी सफलता प्रकट करने वाली घटनाओं का पूरा हाल छपने के लिये भेजें। उन महात्माओं के फोटो, या उनके द्वारा जिनको लाभ हुआ हो उनके फोटो अथवा लेखक महोदयों के फोटो भी छपने के लिए भेजे जा सकते हैं। लेख यथासंभव जल्दी ही भेजने चाहिए।

अपनी साधारण उपासना या मामूली अनुभवों को छपने के लिए भेजने का कोई सज्जन कष्ट न करें। क्योंकि इस अंक में सर्वसाधारण का, सामान्य साधनाओं का प्रकाशन न तो उपयोगी है और न आवश्यक।

फोटो आधे शरीर के और अच्छे कैमरे के खिंचे हुए होने चाहिए। सस्ते कैमरों के धुँधले फोटो का बलाक ठीक नहीं बनता और न उसकी छपाई ही ठीक होती है इसलिए फोटो भेजते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वह यथासंभव अच्छे कैमरे के खिंचे हुए, साफ हों।


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