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June 1951

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लाभ क्या है? गुणियों की संगति, दुःख क्या है? मूर्खों का संग, हानि क्या है? समय को नष्ट करना, निपुणता क्या है? धर्म में प्रीति, शूर कौन है? जिसने अपनी इन्द्रियों को जीत लिया है, प्रियतम कौन है? जो पतिव्रता है, धन क्या विद्या, सुख क्या है? परदेश न जाना, राज्य क्या है? अपनी आज्ञा का चलाना।

-भतृहरि


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