परकाया प्रवेश

साधक की आरम्भिक योग्यता

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>
साधक में कुछ आरम्भिक योग्यताओं का होना आवश्यक है। जो सज्जन इस विद्या का अभ्यास शुरू करना चाहते हैं उन्हें उचित है कि सबसे पहले यह जांच करें कि हम साधन की योग्यता रखते हैं या नहीं। अभ्यासी के लिये आवश्यक है कि (1) अठारह वर्ष से कम और पचास वर्ष से अधिक आयु के न हों, (2) बीमार न हों, (3) किसी मानसिक दुर्बलता से ग्रसित न हों, (4) स्वभाव आलस्य रहित और परिश्रमी हो (5) आर्थिक चिन्ता से व्याकुल न हो, (6) मादक द्रव्य या अन्य विषयों का गुलाम न हो (7) आत्म विश्वासी और आशावादी हो, (8) दृढ़ निश्चयी और धैर्य धारण करने वाला हो, (9) आंखों में कोई रोग न हो, (10) इस विद्या पर पूर्ण विश्वास हो और सीखने की दृढ़ इच्छा हो। यदि ये योग्यतायें साधक में न हों तो उन्हें दूर रहने का प्रयत्न करना चाहिये और इनमें से जो अयोग्यतायें हों उन्हें दूर करने का प्रयत्न करना चाहिये। जब तक ये गुण अपने में न आ जायं, तब तक इस बात का निरन्तर प्रयत्न करना चाहिये कि यह शारीरिक और मानसिक दुर्गुण दूर हो जायं। 
अभ्यासी को सर्वप्रथम अपना आहार-विहार ठीक करने की व्यवस्था करनी चाहिये। गरम, उत्तेजक, अधिक मसाले पड़ी हुई, गरिष्ठ वस्तुओं को त्याग कर सादा और हल्का भोजन अपनाना चाहिये। घी, दूध, फल, मेवे आदि का सेवन बढ़ा देना चाहिये। ठीक समय पर नियत मात्रा में भूख लगने पर और खूब चबाकर खाया हुआ साधारण भोजन, अव्यवस्थित रूप से खाये हुए बहुमूल्य भोजन की अपेक्षा अधिक लाभप्रद होता है। रात को जागना और दिन में सोना निषिद्ध है। हां गर्मी के दिनों में दोपहर को सोया जा सकता है। अभ्यास के दिनों में ब्रह्मचर्य से रहना चाहिये। चिन्ता, क्रोध, रोष, कलह आदि से दूर रहकर मानसिक स्थिति को ठीक बनाये रहना चाहिये। योगाभ्यास का समय कुछ अधिक समय चाहता है। इसमें देर में सफलता मिलती है, इसलिये दृढ़तापूर्वक अधिक दिनों तक अभ्यास करने के लिये पहले से ही तैयार रहना चाहिये। कुछ लोगों की मानसिक स्थिति ऐसी होती है, जिससे उन्हें सफलता बहुत जल्दी मिलने लगती है, परन्तु सबके लिये ऐसी बात नहीं है। जैसे शरीर को मजबूत और बलवान बनाने के लिये भी बहुत दिनों तक साधन करते रहने की आवश्यकता होती है। एक-दो महीने में ही सफलता न मिले तो साधन छोड़ना न चाहिये वरन प्रयत्न जारी रखना चाहिये। 

<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here: